अनेकता में एकता भजन से लेकर कव्वाली,,बंगाली छत्तीसगढ़ी गीतों की प्रस्तुति पर श्रोता झूमे






रायपुर वी. एम. डब्ल्यू. म्यूजिकल ग्रुप द्वारा मायाराम सुरजन हॉल में नवरात्र पर्व विशेष के तहत सुपरहिट फिल्मी गीतों,भजन,गरबा और बंगाली,छत्तीसगढ़ी गीतों का रंगारंग महफिल सजी जिसमे एक से बढ़कर एक गीतों,भजन का समावेश किया गया सर्व प्रथम माता भजन स्तुति से गीतों का यह कार्यक्रम प्रारंभ किया गया पश्चात फिल्म खलनायक का मशहूर गीत ..पालकी पे हो के सवार चली रे..गीत वेणु जोशी द्वारा बेहतरीन अंदाज में प्रस्तुत किया संगीता


शावके ने... अजीब दास्तान है कहां शुरू कहां खत्म गीत को ब्लैक एंड व्हाइट के दौर में श्रोताओं को ले गई... थावर गजवानी ने चांद सी महबूबा हो ...मुकेश के गीत को बहुत सुंदर ढंग से निभाया और श्रोता गीत के एक एक बोल पर डूब .. गीत को अपने अंदाज में प्रस्तुत किया प्रारंभिक चरण में अस्सी से नब्बे दशक गीतों का बोलबाला रहा अमित डागा ने मो.रफी द्वारा... तुझको पुकारे मेरा प्यार.. गीत को बहुत सधे हुए

अंदाज में प्रस्तुति दी जिसे श्रोताओं ने बहुत पसंद किया अगले क्रम में मैने प्यार किया फिल्म का सुपरहिट गीत जिसमे भाग्य श्री का भाग्योदय हुआ था... दिल दीवाना बिन सजना के .. प्यारी सी गीत को प्रस्तुत किया वी एम डब्ल्यू की हृदय और बेहतरीन आवाज की धनी लीड गायिका प्रतीक्षा वैध ने जिस के हर अंतरे पर श्रोता झूम उठे ललित सेठिया ने... है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पर आएगा ... इसके बाद मंच संचालक जो दर्शकों को बांधने और कलाकारों को क्रमश प्रस्तुत करने वाले महफिल को अपनी जादुई आवाज से बांधे रखने वाले हरफन मौला कलाकार लक्ष्मी नारायण लाहोटी ने नवरात्र के अवसर पर माता रानी का भजन... ऐसा प्यार बहाकर मैय्या..को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया विकास म्यूजिकल वर्ल्ड के संस्थापक विकास अग्रवाल ने... कहां चलिए इधर तो आओ.. गीत को अपने अंदाज में प्रस्तुत किया हालंकि इस गीत में उनका प्रयास कही हद तक सुधार के करीब था.. वेणु जोशी ने पंखिड़ा ओ पंखिड़ा..गरबा गीत को सुंदर आवाज और साधे हुए ढंग से प्रस्तुत किया जिसे सुन कर श्रोता अपनी सीट पर ही ताली बजा कर झूमने लगे दर्शकों को झुमाने का हुनर उनमें दिखता है इनके अलावा अगली कड़ी अमित डागा ने अलहदा आवाज में मन्नाडे का...आए मेरी जोहरा जबीं तुझे मालूम नही तू अभी तक है हंसी और मैं जवां... गीत को सुनकर श्रोता झूमने लगे,,संगीता शावके जी ने... मैय्या का एक भजन... चुन चुन छ न नाना बाजे मैय्या पांव पैजनिया .... को इतनी श्रद्धा भाव से प्रस्तुत किया कि उपस्थित श्रोता झूम उठे ललित सेठिया ने अपनी आवाज में फिल्म सरगम का ...राम जी की निकली सवारी ,,,फिल्मी भजन ,, को गाया प्रतीक्षा वैद्य जो म्यूजिकल ग्रुप की प्रतिभाशाली गायिका ने ..रहे ना रहे हम ..गीत को हुबहू आवाज में गाया जिसे खूब पसंद किया राजू चल राजू गीत विकास अग्रवाल ने और लक्ष्मी नारायण लाहोटी ने अजीज नाजा की सुपरहिट कव्वाली चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा को अपनी मधुर आवाज में बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया जिनका साथ उपस्थित श्रोताओं ने ताली की संगत में साथ दिया और भरपूर मजा उठाया कव्वाली आम व्यक्ति के जीवन दर्शन से रूबरू कराती है बताते चले कि लक्ष्मी नारायण लाहोटी ने राजधानी रायपुर में होने वाले अनेक कव्वाली के आयोजन में अपनी सहभागिता दे चुके है इनके अलावा छत्तीसगढ़ी गीत और बंगाली गीत की प्रस्तुति भी दी गई देश में अनेकता में एकता संस्कृति को चरितार्थ करता कल का वी एम डब्ल्यू का यह आयोजन की अलग पहचान बना अगले क्रम में..ओ आए तेरे भवन ...हे माता ज्योति जले...भजन गरबा गीत ,,, चंचल की आवाज में तूने मुझे बुलाया शेरा वालिए,,,भजन में पूरा हॉल गरबा स्थल बन गया अधिकांश श्रोता गरबा करने लगे 


ये जो मोहब्बत है ये है उनका काम... लाहोटी जी ने अंतिम प्रस्तुति दी एक प्रकार से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गयागया... .